नन्हें वीर हम
हम भारत के बाल वीर हैं भारत माँ की शान हैं।
भारत के आखों का तारा,भारत की संतान हैं।
नन्हें वीर हम! भोले वीर हम!
भारत अपनी जन्म भूमि है, माँ का मान बढा़एंँगे।
भारत अपनी पुण्य भूमि है इसका पूण्य बढ़ाएँगे।
इसकी मिट्टी के कण-कण में हम सोना उपजाएँगे।
मेहनत और ताकत के बल पर, इसका अलख जगाएँगे।
हम भारत की नूतन आशा, भारत की पहचान हैं।
भारत के आँखों का .....................
नन्हें वीर हम! भोले वीर हम!
भेदभाव का भरम मिटाकर,सत् का ज्योत जलाएंगे।
धरती पर सबके सपनों का सुंदर नगर बसाएँगे।
सबको अपने गले लगाकर, जीवन धन्य बनाएंगे।
एक प्रेम का नाता अपने जीवन में अपनाएँगे।
मिल-जुल कर हम रहें निरंतर,भारत के अभिमान हैं।
भारत के आँखों का तारा...............
नन्हें वीर हम!भोले वीर हम।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
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