Saturday, December 14, 2024

रंग-बिरंगे फूल हैं हम

रंग-बिरंगे फूल हैं हम

भारत मांँ की फुलवारी के, रंग-बिरंगे फूल हैं हम। 
वैर द्वेष हम कभी न करते, रहते सबसे मिल-जुल हम। 

नाम हमारा हिन्दू- मुस्लिम, जैना बुद्ध, सिख ईसाई। 
आपस में हम कभी न लड़ते, रहते मिल भाई- भाई। 

सुगंध फैलाते दिशा-दिशा,शोभित कर क्यारी- क्यारी। 
महकाएँगें माँ का आँचल, यह धरती प्राणों से प्यारी। 

देश हमारा चमन बिहंसता,हम बच्चे इसके माली। 
सींचेंगे हम क्यारी- क्यारी, महकाएँगें डाली-डाली। 

दमकेगा यह देश हमारा, नव प्रसून मुस्काएँगे। 
करके तन-मन-प्राण निछावर, सुंदर स्वर्ग बसाएँगे। 

      सुजाता प्रिय 'समृद्धि'

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