Thursday, July 14, 2022

मेला (सायली छंद )



सायली छंद

           मेला

शहर 
के बाहर 
कितना बढ़िया देखो 
लगा है 
मेला।

मेले 
के पास 
भांति -भांति का 
लगा  है 
ठेला।

उन 
ठेले में 
चाट-पकौड़े गुपचुप 
लगे हुए 
हैं।

रंगीन 
आइस्क्रीम औ 
शरबत से ठेले 
सजे हुए 
हैं।

मेला 
हम जाएंगे 
खूब मिठाई खाएंगे 
संगी-साथी 
संग।

खूब 
घूमेंगे-फिरेंगे 
मौज-मस्ती करेंगे 
और मचाएंगे 
हुड़दंग।

हम 
तरह-तरह 
के झूले में 
साथ-साथ 
झूलेंगे।

और 
पेंग बढ़ाकर
 साथ-साथ हम, 
आसमान को 
छुएंगे।

सीटी 
और बाजे 
भी हम लाएंगे 
सब मिलकर 
बजाएंगे।

मेले 
घूमने की 
खुशियांँ में हम 
प्यारा गीत 
गाएँगे।
           सुजाता प्रिय समृद्धि

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