अपराजिता
Tuesday, July 12, 2022
मानवता की जरूरत
मानवता की जरूरत
मानव समाज को मानवता की जरूरत है।
मानवता ही मानवों की सुंदर सूरत है।
मानवता को अपना ले अभी हे मानव जन-
नहीं तो हर जीवों में तू सबसे बदसूरत है।
सुजाता प्रिय समृद्धि
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