Tuesday, July 5, 2022

सबसे प्यारा भारत है



सबसे प्यारा भारत है 

सारा जग विचरण कर देखो,सबसे प्यारा भारत है।
करे न कोई तुलना इसकी,सबसे न्यारा भारत है।
करें ना.....
स्वच्छ यहाँ की जलवायु है,स्वच्छ यहाँ के बात-विचार।
स्वच्छ मन से हर मानव करते,हर प्राणी से हैं व्यवहार।
बड़े-बुजुर्गों का आदर और सेवा करता सारा भारत है।
करे न कोई तुलना इसकी............
अलग-अलग परिधान यहाँ के,अलग-अलग भोजन पकवान।
अलग-अलग बोली और भाषा,अलग-अलग गीतों के तान।
अनेकताओं में भी है एकता,जग उजियारा भारत है।
करे न कोई तुलना इसकी,...........
हिमालय से हिंदसागर तक भारत का विस्तार सुनो।
यहाँ सभी मिल-जुलकर रहते, जैसे एक परिवार सुनो।
जो देता सबको सुख-वैभव,हरता अंधियारा भारत है।
करें न कोई तुलना इसकी...........
यहाँ की मिट्टी के कण-कण में, फसलों का भंडार भरा।
यहाँ की नदियों और नहर में,अमृत का है उद्गार भरा।
जंगल और पहाड़ों से समृद्ध,यह देश हमारा भारत है।
करें न कोई तुलना इसकी...........
अंतर्कलह को दूर भगाता, आंतरिक सुख-स्वराज्य यहाँ।
पास-पड़ोस से मिलाप रखता,मेल-जोल कि राज्य यहाँ।
दुनिया के झगड़ों का भी,करता निपटारा भारत है।
करे न कोई तुलना इसकी...........
सदा रहा यह विश्व विजेता,सदा किया जग का कल्याण।
यहाँ सभी हैं पंडित ज्ञानी,देते आये हैं जग को ज्ञान।
विश्व गुरु यह सदा रहा ह ,आँखों का तारा भारत है।
करें न कोई तुलना इसकी...........
     सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
       स्वरचित, मौलिक

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