दुर्गा
आईं हैं
आज मेरे
आँगन देखो
चरणों में माँ के
सब शीश नवाओ
मंगल आरती गाओ
माँ से सब माँग लो
शुभ आशीर्वाद
हम सबको
रख माँ
सुख
से
माँ
अम्बे
सबको
सुख देती
सुख करनी
संकट हरनी
हैं माता जगदम्बे
हेकष्ट निवारिणि
दुख उबारिणी
जगतारिणी
भक्तों को माँ
आज तू
वर
दो।
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