झनझन झंकारे ना ।झन......
खन-खन कंगना खनके मैया के
खन-खन खनके ना।झन.......
जब मेरी मैया बाग में आती।
फूल खिले भंवरा गुंजारे,
मैया को सजाबे संवारे ना।झन......
जब मेरी मैया मंदिर में आती।
घंटी बजा आरती गावे,
मैया को भक्त पुकारे ना ।झन.......
जब मेरी मैया पनघट पर आती।
धार बहे दोनों किनारे,
मैया के चरण पखारे ना।झन.....
जब मेरी मैया भक्त घर जाती।
मखमल के आसन लगावे,
मैया को भोग लगाबे ना।झन....
जब मेरी मैया बालक पास जाती।
झूम-झूम के ताली बजाबे,
मैया से आशीष मांँगे ना।झन.....
जब मेरी मैया कन्या पास जाती।
मैया चरणों में झुककर,
मैया से सुंदर वर मांँगे ना।झन.....
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