Sunday, September 21, 2025

जनम लिए नन्द लाल (श्रीकृष्ण भजन )

जन्म लिए नंद लाल,बधाई  भारत को।
यशोमती के लाल,बधाई..................
यमुना तट पर,सुबह-सबेरे,
मुरली-धुन में राग बिखेरे, 
छेङे सुर-लय-ताल,बधाई..................
गैया चराकर वन-उपवन में,
भरे जन-जन के वे मन में,
गौ पालन की चाल,बधाई..................
अर्जुन के सारथी बनकर, 
गीता का उपदेश सुनाकर,
मन से संदेह निकाल,बधाई................
भरी सभा में चिर को बढाए।
वे द्रौपदी की लाज बचाए।
सुनकर उनकी हाल, बधाई...............
गिरी उठाकर छत्र बनाए।

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