सुन-सुन, सुन भाई सुन।
सत्तु के हैं बड़े-बड़े गुण।
बता रही सबको चुन-चुन।
बनता है अनाजों को भुन।
बहुत सरल आहार है यह।
बना-बनाया तैयार है यह।
खाने में बड़ा मजेदार है यह।
भोजन का उपहार है यह।
शरीर में है ठंढक पहुँचाता।
लू-गर्मी यह से हमें बचाता।
बीमारियों को दूर भगाता।
. स्वस्थ्य-निरोग हमें बनाता।
गुथकर खाते ,घोलकर पीते।
नमक, चीनी मिलाकर पीते।
खूब सुहाती सत्तु-भरी रोटी।
. अच्छी लगती इसकी लिट्टी।
चने का सत्तु ,जौ का सत्तु।
बहुत प्रकार के हो तो सत्तु।
खा लो सत्तु औ पी लो सत्तु।
आ बहना तुम भी लो सत्तु।
सुजाता प्रिय (स्वरचित)
१४/०४/२०२०
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