Tuesday, September 26, 2023

श्याम संग खेलें होली (जलहरण घनाक्षरी)

श्याम संग खेलें होली
जलहरण घनाक्षरी,अंत में दो गुरु 

श्याम संग खेलें होली।
राधा सखियों से बोली।
आयी सभी हमजोली।
बनी सभी अति भोली।

रंग लाल - लाल डालो।
रंग पीला- पीला डालो।
मिला अंग में लगा लो।
कर लें संग में ठिठोली।

लगा कान्हा को गुलाल।
रंग  ललाट  व     गाल।
किया मुखड़े  को लाल।
आयी सखियों की टोली।

आयी कन्हैया की बारी।
भर  ली यों  पिचकारी।
कान्हा ने जो रंग डारी।
भींगी राधिका की चोली।

 सुजाता प्रिय 'समृद्धि'

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