कोरोना-योद्धा बन चिकित्सक,
कर रहें कोरोना का नाश।
इष्टदेव से भी ज्यादा है,
हम सब को उन पर विश्वास।
देखो प्लास्टिक की वर्दी से,
ढके हुए हैं आपादमस्तक।
जहां कहीं यह हमला करता,
जिस घर में देता दस्तक।
चिकित्सा का हथियार उठाकर,
पहुंच रहे हैं उनके पास।
इष्टदेव से भी ज्यादा है,
हम सबको उन पर विश्वास।
सभी जनों की जान बचाते,
जान हथेली पर लेकर।
इस बीमारी को दूर भगाते,
मात उसको वे देकर।
अंतिम सांस तक उपचार करते,
रखकर मन में वे हैं आस।
इष्टदेव से भी ज्यादा है,
हम सबको उन पर विश्वास।
चिकित्सा ही उनकी पूजा,
महामंत्र, जप-तप सारा।
हमको यह जंग जीतना है,
लगाते हैं पल-पल नारा।
जयनाद के लिए रोगियों से,
हंस-हंस करते हैं परिहास।
इष्टदेव से भी ज्यादा है,
हम सबको उन पर विश्वास।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
स्वरचित, मौलिक
बिल्कुल । चिकित्सक ही भगवान का रूप धारण किया हुआ है
ReplyDeleteजी सादर धन्यवाद
ReplyDeleteकोरोना योद्धा चिकित्सकों को समर्पित सुंदर रचना सुजाता जी | कोरोना जैसी विभीषिका में अपनी जान की परवाह ना करते हुए अपने कर्तव्य पथ पर अग्रसर ये जनसेवक आज के भगवान् हैं | भगवान् के द्वार बंद हैं पर बिना किसी जातीय और अन्य भेदभाव के इनका सेवा- कर्म स्तुत्य और वन्दनीय है | ईश्वर का दुसरा रूप धारण किये इन चिकित्सकों को कोटि नमन और शुभकामनाएं| मानवता की सेवा को तत्पर इन यौद्दाओं के लिए पल पल शुभकामनाएं समर्पित हैं |आपने सच लिखा --
ReplyDeleteकोरोना-योद्धा बन चिकित्सक,
कर रहें कोरोना का नाश।
इष्टदेव से भी ज्यादा है,
हम सब को उन पर विश्वास।
आभार सखी।भावाभिव्यक्ति कोई आपसे सीखे।सादर नमस्कार सखी।
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