Saturday, May 1, 2021

पत्र

रांची
                          २८/०४/२१
परम पुज्या जगत माता
         एवं
परम पिता परमेश्वर 
       
         के पावन चरणों में दैनिक प्रणाम

यहां का मैं क्या  हाल-समाचार बताऊं। सभी जगह आपलोग व्याप्त हैं। सभी हाल आपको दृष्टिगोचर है।यह भी नहीं कह सकती हूं कि आप लोग प्रसन्न होंगे। अपनी संतानों का कष्ट देख कोई भी माता पिता सुखी नहीं होता। इसलिए आपके चरणों में नतमस्तक हो विनम्र भाव से प्रार्थना करती हूं कि प्रकृति से खिलवाड़ करने के हमारे घोर अपराध को क्षमा कर दुनिया में आई यह विपदा का निराकरण कर सृष्टि रुपी गोद में बैठे अपने सभी संतानों की रक्षा करें।
        पुरी दुनिया के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं हैं। इसलिए इस विपदा की घड़ी में आकर समस्त आधि-व्याधि रोग-शोक का नाश कर इससे हमें उवारें और हम सभी को शाश्वत जीवन प्रदान करने की कृपा करें। हे जगत माता एवं जगत पिता
अपने पुत्र-पुत्रियों के के विनय को अवश्य सुनें और हमारे सहायक बनें।
          आपकी पुत्री
                सुजाता प्रिय 'समृद्धि'

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