प्यार चाहिए मांँ दुलार चाहिए ।
मैया शेरावाली .............
कब से खड़ी हूंँ द्वार तुम्हारे,नयन उठा कर देखो।
हाथ में लाई खाली झोली,हूंँ खड़ी फैला कर देखो।
भर दो झोली मेरी आशीष हजार चाहिए ।
मैया शेरावाली..........
ले मनोरथ मन में खड़ी हूंँ, माँ कामना पुरी कर दो।
काज हमारा आज के दिन माँ,है बड़ी जरूरी कर दो।
सारे दुखड़े हरो माँ,मुझे बाहर चाहिए ।
मैया शेरावाली .........
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
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