आया है पावन मधुमास।
आया है........
दिशा-दशा वासंती छाई।
बागों में कलियां मुस्काई।
झूम-झूम नव कोमल पत्ते,
हर्षित हो करता परिहास।
आया है............
फूल खिले हैं फुलवारी में।
गमलों और छोटी क्यारी में।
बागों में छाई है हरियाली,
वन उपवन खिल गया पलास।
आया है..............
भौंरा गाये, कोयलिया कूके।
बुझे दिलों में जीवन फूंके।
उड़ी तितलियांं उसकी चिड़िया,
सबके मन को आया रास।
आया है..................
सब जीवों का मन हर्षित है।
सरस-सलिल जीवन पुलकित है।
पवन के कोमल झोंके ले आया,
खुशहाली का देने आस।
आया है...................
रंग-रंगीला आया फाग।
छेड़ जोशीला सुंदर राग।
जन-जीवन को देने आया,
सौगातों की झोली पास।
आया है........
आने वाला है नववर्ष।
सबके मन में भरने हर्ष।
संग में आँचल भरकर लाया,
उत्साह, उमंग और उल्लास।
आया है................
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
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