हरितालिका तीज
लोटा में गंगा जल भर कर
पूजा की थाली हाथ में।
करें सखी शिव-शंकर पूजा,
गौरी मां के साथ में।
बालू की तीन मूर्ती बनाकर,
गंगा जल स्नान करो।
गौरी को ओढ़ाओ लाल चुनरिया,
भोला के पीताम्बर जी।
गौरी के माँग में सिंदूर लगाकर,
भोला के सिर में चंदन जी।
गौरी के सिर पर टीका बिंदी,
भोला के वेलपत्र जी।
गौरी कोे चमेली फूल चढाओ,
भोला को धतुरा -आँक जीे।
गौरी के खिलाओं पूड़ी गुझिया,
भोला को भाबे भांग जी।
वंदन-कीर्तन आरती गाओ,
बजा-बजा के ताल जी।
दोनो के चरण में शीश नवाकर,
मांगो सभी वरदान जी।
सुजाता प्रिय'समृद्धि'
स्वरचित सर्वाधिकार सुरक्षित
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