विजया घनाक्षरी
गणपति को नमन, कार्तिक जी को नमन,
माँ पार्वती को नमन,गौरीपति को नमन,
हरि विष्णु को नमन,माता लक्ष्मी को नमन,
सरस्वती को नमन, चक्र-ब्रह्म को नमन।
रामचंद्र को नमन,सीता माता को नमन,
लखनजी को नमन,हनुमान को नमन।
बालकृष्ण को नमन,राधा प्यारी को नमन,
गोप-गोपी को नमन, भक्त जन को नमन।
सुजाता प्रिय समृद्धि
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