मुझे जो मुहब्बत तुम्हारी मिलेगी।
तो दौलत दुनिया की सारी मिलेगी।
मुझे आज तुमसे मुहब्बत हुई है,
सुना दूँ खबर तुमको प्यारी मिलेगी।
तेरी आस में दिल व्याकुल है कितना,
मैं सोची न थी बेकरारी मिलेगी ।
आशा का दीपक जलाया है दिल में,
लौ इसकी हरदम जारी मिलेगी
मेरी ख्वाहिशों को जो पूरा करोगे,
तो समृद्ध प्यार की क्यारी मिलेगी।
सुजाता प्रिय'समृद्धि'
मुझे जो मुहब्बत तुम्हारी मिलेगी।
ReplyDeleteतो दौलत दुनिया की सारी मिलेगी।!
बहुत खूब !
हार्दिक आभार सखी रेणु जी।बहुत-बहुत धन्यबाद।
ReplyDelete