Wednesday, September 10, 2025

तेरी चुनरी माँ

तेरी चुनरी मांँ! कि आय हाय तेरी चुनरी माँ।

 तेरी चुनरी लाल मैया,तेरे अंग में शोभे।
तेरी चोली हरी मैया,उसके संग में शोभे।
चमक उसमें शोभे रे,शोभे रे,शोभे,
लगा गोटा मांँ !कि आय हाय लगा गोटा मांँ।
तेरी चुनरी माँ....
तेरे मांग में सिंदूर और टीका शोभे।
तेरे माथे में मैया, तेरी बिंदिया शोभे।
नासिका में शोभे रे,शोभे रे,शोभे
तेरी नथिया माँ! कि आय-हाय तेरा नथिया माँ.....
तेरी चुनरी माँ
तेरे दोनों कानों में, स्वर्ण झुमका शोभे।
तेरे दोनों हाथों में,खनक कंगना शोभे।
तेरे गले में शोभे रे,शोभे रे शोभे बड़ा माला मां
कि आय-हाय...........
तेरे दोनों पांवों में,तेरा पायल शोभे।
तेरे पायल की घूंघरू,रुनुक झुन-झुन बोले
संग उसके बोले रे बाजे रे बोले रे बोले तेरी बिछुआ माँ
कि आय हाय तेरी बिछुआ मां
तेरी चुनरी मांँ

No comments:

Post a Comment