Thursday, December 28, 2023

आपसे मिलना मिलाना रह गया (गज़ल)

आपसे मिलना मिलाना रह गया 

आपसे मिलना मिलाना रह गया,
साल में भी पास आना रह गया।।

याद आती बचपना के दिन सभी,
बाल मन अपना पुराना रह गया।।

आपसे मिलने की अब फुर्सत नहीं।
आपसे  करना  बहाना  रह गया।

दूरियांँ  हैं  जानते  हैं हम सभी,
दूर हूँ यह भी बताना रह गया।।

दूरियों  को  दूर  करना  भूल है,
भूल  कोई आजमाना रह गया।

आप  आए पास मेरे थे कभी,
साथ में कुछ पल बिताना रह गया।।

सब ठगे - से देखते ही रह गये,
आपका घर छोड़ जाना रह गया।

      सुजाता प्रिय 'समृद्धि'

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