Tuesday, February 25, 2020

ओ माँझी आजा मेरे प्यारे देश में

ओ माँझीs s s s s, ओ माँझी।
ओ माँझीs s s s s,
आजा मेरे प्यारे देश में।
बार-बार मैं तुझे बुलाऊँ,
विनती के संदेs s श में।
ओ माँझीs s s s s,
आजा मेरे प्यारे देश में।

भँवर बीच मेरी नाव पुरानी।
पुरवाई चलती तुफानी।
निर्मोही बन जग में है बैठा,
तू पत्थर के वेश में।
ओ माँझीs s s s s ,
आजा मेरे प्यारे देश में।

तुम बिन नैया डगमग डोले।
ना तू आए, ना कुछ बोले।
हाथों में पतवार तुम्हारे,
तू  बैठा  परदेश  में।
ओ माँझी s s s s s ,
आजा मेरे प्यारे देश में।

भाई -बंधु आपस में झगडे़।
इक है दुर्वल, दूजे हैं तगड़े़।
क्या बोलोगे नहीं कभी तू,
जन-मन के इस क्लेश में।
ओ माँझी s s s s s s ,
आजा मेरे प्यारे देश में।
      सुजाता प्रिय

2 comments:

  1. हृदयस्पर्शी गीत सुजाता जी ,सादर नमन

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  2. सादर धन्यबाद सखी!नमन

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