बार-बार वंदना,हजार बार-बार वंदना।
गौरी मां के नंदना................
माथे मुकुट शोभे,गले में मोती माला।
अंग पीताम्बर है कांधे पर दुशाला।
हाथ गौरी सुत का शोभ रहा कंगना।
गौरी मां के नंदना.............
एक दांत,चार हाथ, वदन बड़ा भारी।
सूप-कान, सूढ-नाक, मूष है सवारी।
लिडार पर देखो,चमक रहा चंदना।
गौरी माँ के नंदना...............
लड्डू-मोदक खाते हैं,
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