हिंदी (दोहे)
हिन्दी भाषा है सरल ,सदा करें सम्मान।
हिंदी में सब बोलिए, रखिए इसका मान।।
हिंदी है यह देश की, अद्भुत है श्रृंगार।
इस भाषा के प्यार को, जान रहा संसार।।
हिन्दी से ही जन यहांँ,पाते हैं पहचान।
इस भाषा को बोलिए, मन में रखकर शान।।
इस भाषा-सी जगत में,मिले न भाषा एक।
चाहे इसको परख लो,जग में नजरें फेंक।।
जो जन बोले प्रेम से,इस भाषा में बोल।
बोली सुन मधुरिम लगे,जैसे मीठा घोल।।
हिन्दी में जो बाँचते,गीता-वेद-पुराण।
उसके सम संसार में, मिले न जीव महान।।
हिन्दी को बस जानिए, ईश्वर का उपहार।
इस भाषा को हर घड़ी, मिलता जाता प्यार।।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
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