Thursday, May 4, 2023

सृजन (हाइकु)

सृजन (हाइकु)

   सृष्टि ने किया           हम सब हैं 
हम सबका सृजन    सृजन प्रकृति के
   मनो योग से ।       लाखों में एक।

 सभी जीवों में         मानव जैसा
मानव है उत्तम     नहीं सृजन देखो
 हाँ संयोग से।         नजरें फेंक।

     जीव जगत             दिया है हमें 
के बुद्धिजीवी प्राणी     अनुपम संदेश 
     कहाते हम।           देखो ईश्वर।

  पर सृष्टि का            हम भी कुछ 
रख-रखाव कर       सृजन करें अब
  न पाते हम।         खुश होकर।

   हमारे लिए              देव सृजन 
भोजन पानी घर     को संवारने का है
 दिया विधाता।          काम हमारा।

    सृजन किया            ईश सृजन 
अन्न-फल औ जल     जैसा हमें सृजन 
    हमें है भाता।          करना प्यारा।

        सुजाता प्रिय 'समृद्धि'

No comments:

Post a Comment