Thursday, May 5, 2022

बेटियांँ



बेटियांँ (हाइकु)

मात-पिता की
राज दुलारी होती
हैं ये बेटियांँ।

अपने कुल 
का सम्मान गौरव
 ढोतीं बेटियांँ।

बेटों से कंधा
मिलाकर हैं चल
रही बेटियांँ।

बाहर देखो
पढ़ने भी निकल 
रही बेटियांँ।

सुजाता प्रिय 'समृद्धि'

1 comment:

  1. सच में बड़ी प्यारी होती हैं, बेटियां। बहुत सुंदर रचना।

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