आज आनंद, आनंद,आनंदम।
आज आनंद, आनंद,आनंदम।
आज देखो है भाई छब्बीस जनवरी,
सारे देश में झंडे की धूम मची।
आज आनंद-----------------
गणतंत्र-दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है।
अपने गणतंत्र देश पर हमें गर्व है।
आज आनंद-----------------
इसी दिन संविधान अपना था लागू हुआ।
जैसे पूर्ण स्वाधीनता की हुई रक्षा।
आज आनंद---------------------
धर्म-निरपेक्ष राष्ट्र है भारत मेरा।
समानता इसके आंचल में बसा।
आज आनंद----------------
यहां जाति और धर्म का भेद नहीं।
नहीं है निर्बल कमजोर कोई कहीं।
आज आनंद---------------------
हम घर-घर तिरंगा फहराते चलें।
भारत माता को शीश नवाते चलें।
आज आनंद------------------
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
स्वरचित, मौलिक
🙏🙏🙏🙏🙏
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