हे! कम्प्युटर रोबोट बनाने वाले।
मशीनों से सब काम चलाने वाले।
एक मशीनी नारी भी बना दे ।
करने उसको सब काम सिखा दे।
रिक्तियाँ नारियों की जो भर सके।
पुरुषों के सब दुखड़े वह हर सके।
जिसे लगे न कभी भूख-प्यास।
उसके दिल में ना हो कोई आस।
जिसे नहीं हो कभी कोई चाह।
ना हो उसकी अपनी कोई राह।
पाँव रहे उसके दो बड़े - बड़े।
आज्ञा पालन करने दौड़ पड़े।
हो उसके दो बड़े- बड़े हाथ ।
मेरे कामों में दे हरदम साथ।
दिन रात करती जाए सब काम।
कभी न चाहिए उसको आराम।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
स्वरचित सर्वाधिकार सुरक्षित
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