दीपक (हाइकु)
दीपक प्यारा
करता उजियारा
है कोना-कोना।
तम हरता
जगमग करता
लगे सलोना।
आ चलें हम
मिटा देने को तम
दीप जलाएँ।
दीप लेकर
पंक्तियाँ बनाकर
घर सजाएँ
दीप जलें हैं
चहुं ओर सजे हैं
सुखी जीवन
घर आँगन
दीपक से रोशन
हर्षित मन
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
No comments:
Post a Comment