Wednesday, November 8, 2023

मधुसूदन से प्रार्थना

भजन

मेरे अंतस के अवगुण को,हटा दो आज मधुसूदन।
मेरे उर में तू सद्गुण ,को बसा दो आज मधुसूदन।
बसा दो आज मधुसूदन, बसा दो आज मधुसूदन।
मेरे अंतर के.......................
मुझे सब लोग कहते हैं,बुरी है तू,बुरी है तू।
अगर मुझमें बुराई है,हटा दो आज मधुसूदन।
मेरे अंतर के ......................
विनय तुझसे यही केशव,कभी सत्पथ से ना भटकूं।
सदा सन्मार्ग पर चलना,सिखा दो आज मधुसूदन।
मेरे अंतर के................
सदा जग-प्राणि के हित में,करें सब काज हे माधव!
मेरे मन में सफल-ज्योति,जला आज मधुसूदन।
मेरे अंतर में ...............
सदा मैं दीन-दुखियों के,दुःख को दूर कर डालूँ।
सदा सबको सुखी करना,सिखा आज मधूसुदन।
मेरे अंतस के...............
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'


सुजाता प्रिय 'समृद्धि'

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