Sunday, January 15, 2023

मकर संक्रांति (दोहे)

 मकर संक्रांति (दोहे)

मकर संक्रांति में होता ,ऊष्मा का संचार।
शरद ऋतु को दूर हुआ, उल्लसित है संसार।

तिल का लड्डू खाइए,सुबह में कर स्नान।
तिलकुट-चूड़ा का करें-मंदिर जाकर दान।।

गुणकारी गुड़ खाइए,मन में रख विश्वास।
राम-वाण यह औषधी,कफ का करता नाश।।

खिचड़ी आकर खाइए, जिसमें चावल-दाल।
घी-जीरे से छौंक कर,मटर-टमाटर डाल।।

आसमान में उड़ रही,सर-सर करे पतंग।
नीली-पीली औ हरी,इसके सुंदर रंग।।
         सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
           स्वरचित, मौलिक

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