भारत माँं के बच्चे हम
हैं नन्हे अच्छे सच्चे हम।
भारत मां के बच्चे हम।
मिलता सबका प्यार हमें।
खुशियों का उपहार हमें।
हसगुल्लों के लच्छे हम।
नहीं किसी से डरते हम।
प्यार सभी से करते हम।
सचमुच मन के अच्छेहम।
भारत माँं के बच्चे हम।
भारत मांँ की खातिर हम।
मर मिटने को आतुर हम।
नहीं किसी से कच्चे हम।
भारत मांँ के बच्चे हम।
फूलों-सा महकते हम।
किसी से न बहकते हम।
खाते कभी न गच्चे हम।
भारत माँ के बच्चे हम।
रहते हरदम हँंसते हम।
धोखे में ना फँंसते हम।
चक्रव्यूह खुद रच्चे हम।
भारत माँ के बच्चे हम।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
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