धन के देव कुबेर कृपा करना।
दुःख-दारिद्र सभी संकट हरना।
अपनी जरूरतों को पूरी करें,
मेरी झोली में इतना धन भरना।
बड़े से बड़े काम करना हो तो,
नहीं पड़े मुझको कभी डरना।
छोटी-सी विनती लेकर आई हूंँ,
इसे तू अपने अंतस में धरना।
जरुरत पर धन देने में से दव,
ना झिझकना ना ही मुकरना।
सुजाता प्रिय समृद्धि
No comments:
Post a Comment