जीत का जश्न
मनया जा रहा
देश में तमाम।
प्रतीत हो रहा ऐसा
हम जीत गए
कोई संग्राम।
जीत नहीं चयन है,
जनता द्वारा जनता की
सरकार का।
खुशी नहीं है जीत की,
न मातम कोई हार का।
हाँ एक बात मन में,
बहुत ही खटकती है।
दिल में नहीं उतरती है,
गले में अटकती है।
पैदा न हुआ भारत में,
ऐसा दूसरा कोई लाल।
जो और बेहतरीन तरीके से,
देश की बागडोर लेता सम्हाल।
होनहारों की कद्र,
नहीं है अपने देश में ।
प्रतिभावानों को,
स्थान बनाना पड़ता है विदेश में।
यह सच है कि बहुत,
महान है हमारा देश।
किन्तु कुछ त्रुटियों का भी,
है यहाँ समावेश।
न राजनीतिक नेताओं के लिए,
कोई डिग्री निर्धारित है।
न मंत्री पद शिक्षण- प्रशिक्षण
आधारित है ।
कहीं जिसकी लाठी,उसकी भैंस,
वाली सरकार बलवती है।
कहीं अंधों में काना राजा को,
जनता मजबूर हो चुनती है।
सुजाता प्रिय
Thursday, May 23, 2019
एक बात खटकती है
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जी नमस्कार अनीता बहन! मोदी की सरकार चर्चा अंक पर मेरी प्रविष्टि की चर्चा के लिए धन्यबाद ।सादर आभारी हूँ।सस्नेह।
ReplyDeleteसटीक अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteजी सादर धन्यबाद भाई।आभारी हूँ ।
Deleteसटीक प्रस्तुति
ReplyDeleteजी सादर धन्यबाद।
Deleteजी धन्यबाद ।सादर
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