प्यारी माँ....
धन्य हो मेरी प्यारी माँ,
तूने मुझको जन्म दिया।
हृदय लगाकर दूध पिलाया,
पाल- पोषकर बड़ा किया।
स्थान तुम्हारा सबसे ऊँचा,
जिसकी तू अधिकारी माँ।
आँसू पोछी जब मैं रोई,
लोरी गा सुलाती थी।
नींद मेरी टूट जाती तो,
रात- रात जग जाती थी।
मेरे संग तू बनी सहेली,
तेरी सूरत प्यारी माँ।
हाथ पकड़ नन्हें कदमों से,
चलना तूने हमें सिखाया।
माया- ममता का पाठ पढ़ाया,
हँसना-गाना हमें सिखाया।
तुझसे प्रेरित हो मंजिल पायी,
मैं तुझपर बलिहारी माँ।
शिष्टाचार सिखाया तूने,
भला बुरा का ग्यान दिया।
अक्षर-अक्षर पहचान कराया,
शिक्षा का वरदान दिया।
बुनना- सिलना हमें सिखाया,
प्रथम शिक्षिका प्यारी माँ।
तेरे चरणों में सब तीरथ,
काशी,मथुरा और कैलाश।
मन मंदिर में तेरी मूरत,
रहती है तू दिल के पास।
प्रथम देवी तुम ही हो माते,
परम पुज्या न्यारी माँ।
सुजाता प्रिय
बेहतरीन..
ReplyDeleteशुभकामनाएँ..
सादर..
जी धन्यबाद।आभारी हूँ।
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