Saturday, November 30, 2024

हम हैं सभी के

हम हैं सभी के

हम हैं सभी के, सभी हैं हमारे। 
हम सबके प्यारे, सभी हमको प्यारे। 
हम हैं सभी के.......... 
कभी भी किसी से,हम न लडे़गें। 
अच्छाइयाँ सबकी,अंतस में धरेंगे। 
करने में भलाई, भला है हमारा। 
प्रेम से ज्यादा,नहीं कुछ है प्यारा। 
प्रेम से चमकेंगे किस्मत के तारे। 
हम हैं सभी के........ 
देखो ये धरती, हमारी है माता। 
तभी तो हमारा,है भाई का नाता। 
सभी अपने बंधू, सभी अपने भाई। 
आपस में भाई, करो न लड़ाई।
जीना है हमें, एक-दूजे के सहारे
हम हैं सभी के.............. 
हम भाई- भाई जो लड़ते रहेंगे। 
हर पल मुसीबत में पड़ते रहेंगे। 
हमारे मिले से बला भी टलेगी। 
सफलता हमारे संग में चलेगी। 
संग मिलेंगे मंजिल के किनारे। 
हम हैं सभी के............ 
दुश्मन हमारा नहीं होगा कोई। 
जागेगी अपनी किस्मत ये सोयी। 
कभी न घटेगा हमारा ये भुजबल। 
भविष्यत हमारा होगा समुज्जवल।
आओ लगा लें मिल्लत के नारे।
हम हैं सभी के............. 

        सुजाता प्रिय 'समृद्धि'

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