बच्चे (चौपाई )
बच्चे सबसे अच्छे होते।
भोले -भाले सच्चे होते।।
मन में कोई कपट न लाते।
मिलजुल रहना हमें सीखाते।।
सीखते हमसे हमें सिखाते
जैसे ढालों वह ढल जाते।।
तुतली बोली इनकी भाती।
खूब लुभाती खूब हँसाती।।
सबको भाते नटखट बच्चे।
सबको लगते हैं ये अच्छे।।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
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