हिन्दी हमारी पहचान है
हिन्दी हमारी शान है।
हिन्दी हमारा आन है।
हिन्दी सभी अपनाइए -
हिन्दी सदा पहचान है।
हिन्दी यहाँ अभिमान है।
हिन्दी में बसे प्राण है।
हिन्दी ने किया देश का -
सम्पूर्ण जग उत्थान है।
हिन्दी से स्वाभिमान है।
भगवान का वरदान है।
हिन्दी बोलिए प्रेम से-
हिन्दी से हिन्दुस्तान है।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
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