बिहार के कवि
जहाँ न पहुँचे रवि,वहाँ पहुँचते कवि।
उनसे भी आगे पहुँचते बिहार के कवि।
सूची बड़ी विस्तृत है,सारी दुनिया चकित है।
कवियों की श्रृंखला देख,सभी अचंभित हैं।
बिहार के हर नगर-गाँवों में कवियों की छवि।
जिस तरह प्रभावित होती यहाँ गंगा की धारा।
उस तरह ही बहती है कवियों की काव्य-धारा।
ईश्वर प्रदत्त वरदान है यह नहीं कोई पदवी है।
हर विधा की कविता रचते यहाँ के कलमकार।
हर भाषा में कविताएँ हैं,रचते सभी रचनाकार।
बिहार को बेहतर बनाने में लगे हैं सभी कवि ।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
कविता ही नहीं बुद्धिमत्ता के हर क्षेत्र में बिहार का अपना ख़ास स्थान है ! पता नहीं भौतिक संपदा क्यों रूठी रहती है यहां के अधिकाँश लोगों से
ReplyDeleteबिल्कुल! लगता है आप भी बिहार के कवि हैं
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