आ सुर मिला लें (गीत)
आ सुर मिला लें जरा,
एक नए अंदाज में।
साथ गुनगुना लें जरा,
एक सुर के राग में।
सुर को सँवार लें,
लय को निखार लें।
बेसुरे रागों को,
थोड़ा हम सुधार लें।
सुर को सजा लें जरा,
एक प्यारे अंदाज में।
साथ गुनगुना लें जरा,
एक सुर के राग में।
आ साथ मिलके हम,
छेड़े आज सरगम।
मधुर -मधुर तान दे,
तरs रs तरम पम।
दिल बहला लें जरा,
एक नए अंदाज में।
साथ गुनगुना लें जरा,
एक सुर के राग में।
मिल्लतों की रीत हो,
सबको सबसे प्रीत हो।
सबके सुरों में आज,
एकता के गीत हो।
एक लय में गा लें जरा,
एक नए अंदाज में।
साथ गुनगुना लें जरा,
एक सुर के राग में।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
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