पर्यावरण (सरसी छंद)
आओ पर्यावरण रक्षा को, पकड़ हाथ से हाथ।
स्वच्छ पर्यावरण को कर लें, मिलकर हम सब साथ।
सब मिल जल-जमीन जंगल का, कर लें सुरक्षा आज।
पर्वत,उपल,सिंधु,झील,नदी, इन्हीं पर है नाज।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
No comments:
Post a Comment