आया देख प्यार भरा, रंगो का त्योहार।
लाया अपने संग में,खुशियांँ देख अपार।।
रंगो का त्यौहार है,नए साल का फाग।
रंग लगाकर प्यार से , गाओ सुंदर राग।।
उमंग छाया हर दिशा,खुशियाँ है सब ओर।
दिवस बहुत प्यारा लगे, लगता सुंदर भोर।।
रंगों से हैं शोभते , सबके सुंदर गाल।
बस चुटकी भर रंग का,ऐसा दिखे कमाल।।
सबसे सुंदर रंग हैं , नीला- पीला- लाल।
हरा रंग का शोभता, मुखड़े लगा गुलाल।।
लाल - पीला रंग मिला , बना केसरी रंग।
हौले - हौले हाथ से, लगा सखी के अंग।।
भर पिचकारी रंग से, लेकर अपने हाथ।
खेलें होली प्यार से, सब संगी के साथ।।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति दी।
ReplyDeleteसादर।
जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार ३ मार्च २०२३ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
बहुत बहुत धन्यवाद एवं आशीर्वाद
Deleteआदरणीया मैम, सादर प्रणाम। होली की अनेकों शुभ कामनाएँ । होली के अनेक रंगों से सजी हुई बहुत सुंदर रचना। हार्ड8के आभार एवं पुनः प्रणाम
ReplyDeleteढेर सारी शुभकामनाएं एवं आशीष प्यारी अनंता
Deleteबहुत सुन्दर और भावपूर्ण अभिव्यक्ति प्रिय सुजाता जी।होली के सभी रंग समाहित हो गये आपकी सुन्दर रचना में।होली की बधाई और शुभकामनाएं स्वीकार करें।सपरिवार सानंद और सकुशल रहें यही कामना है 💖🎉🎉🌹🎁🎉🙏
ReplyDeleteसादर धन्यवाद सखी !आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteउमंग छाया हर दिशा,खुशियाँ है सब ओर।
ReplyDeleteदिवस बहुत प्यारा लगे, लगता सुंदर भोर।
वाह!!!
बहुत ही सुन्दर...
लाजवाब सृजन
हार्दिक आभार सखी
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ReplyDeleteबहुत सुंदर...आप को भी होली की हार्दिक शुभकामनायें सखी
बहुत बहुत धन्यवाद सखी ! होली की अनंतशुभकामनाएँ
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