रुपिया से बड़ा परिवार (मगही भाषा)
सुना भाई हो!रुपया से बड़ा परिवार।
हाँ परिवार से बड़ा नै रुपिया
हजार।
सुना भाई हो...........
जेकरा घर-परिवार बड़ा है ऊ बड़का धनवान।
जेकर परिवार में मिल्लत है ऊ बड़का गुणवान।
सुना भाई हो !परिवार के तू रखिहा सम्हार।
सुना भाई हो !......................
बड़ा-बुढ़ा से परिवार शोभे,सुना तनी भैया।
जेकर घर दादा-दादी,चाचा-चाची
बापू-मैया।
सुना भाई हो !जेकर घर हो आपस में प्यार।
सुना भाई हो !...............
भाय-बहिनिया मिलके खाय-खेले साथ।
घूमे-फिरे,पढ़े-लिखे,जाय पकड़ के हाथ।
सुना भाई हो !बाल-बुतरु करें गुलजार।
सुना भाई हो !..............
आपस में सब सुख-बाँटे,बटाबे सबके हाथ।
दूध-मिठाई,चूड़ा-भुज्जा,खाथिन सभे साथ।
सुना भाई हो ! रहे उनकर घर में बहार।
सुना भाई हो ! ...................
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
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