आज मई का प्रथम रविवार यानि विश्व हास्य दिवस है ।
इस हास्य दिवस पर मेरी एक छोटी- सी रचना।सिर्फ हँसने- हँसाने के लिए।
मोदीजी कहिन
चुनाव का महौल कुछ गरम है।
जीत और हार का भरम है।
राँची दौरे में मोदीजी पधारे
पुष्प वर्षा हुई लगी मोदी के नारे।
भगवान बिरसा को कर नमन।
जनता को भी किया संबोधन।
आप कमलदबा मतदान करें।
कल देश गढ़ा था आज भी गढ़े।
हे जनता जनार्दन है यह इरादा।
अबकी जीत पर है मेरा वादा।
अगर इस बार मैं जीत जाउँगा।
तो हे भाइयों ,बहनों,देशभक्तों।
आशक्त, सशक्त और निःशक्तों।
मुँह मीठा करने के लिए।
चाय जरूर पिलाउँगा।
सुजाता प्रिय
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