यशोदा तेरा लाला है माखन चोर।
यशोदा तेरा.......
सांवली सूरत,मोहनी मूरत ,
दिखता भोला, पर है चितचोर,
यशोदा तेरा लाला........
हाथ में कंगना,पांव पैजनियां,
माथे सोभता है पंख मोर
यशोदा तेरा लाला.......
घर-घर से खाता है माखन चुराकर,
खा कर मटकी देता है फोड़
यशोदा तेरा लाला........
कदम पेड़ चढ़कर बांसुरी बजाता,
जिसका धुन मन में मारे हिलोर,
यशोदा तेरा लाला.........
पनिहारिन की फोड़े सिर गगरी
राधा से करता है बलजोर,
यशोदा तेरा लाला............
यशोमती तेरा कान्हा है बड़ा नटखट,
जिस पर चलता नहीं तेरा जोर
यशोदा तेरा लाला.......
सुजाता प्रिय समृद्धि
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