राष्ट्र भाषा बने- हिन्दी (गीतिका छंद)
राष्ट्र भाषा बने- हिन्दी,करिए सब मिल कामना।
राष्ट्र गौरव को बढ़ाएं,मन में रखिए भावना।।
वार्ता करने किसी से,जब भी मुख को खोलिए।
नि:संकोच हो प्रत्येक जन से, हिंदी बोली बोलिए।।
हिंद की प्यारी है भाषा,इस पर हमें अभिमान है।
यह हमारी शान है और यही बनी पहचान है।।
मानिए यह सुगम भाषा,ईश का वरदान है।
उच्चारण इसके सुगम है, बोलना आसान है।।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
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