वीर हनुमान (सायली छंद)
श्री
राम के
सच्चे सेवक हैं
भगवान वीर
हनुमान।
सारे
जग में
पूजे जाते हैं
सबके कृपा
निधान।
दया
भाव हैं
सब पर रखते
सबके दुःख
हारी।
भक्तों
के दुःख
दूर है करते
चाहें जितना
भारी।
दूर
हैं करते
कुमति को वे
देते सबको
सुमति।
रीति
नीति के
रखवाले हैं वे
दूर करते
दुर्नीति।
लाल
सिंदूर से
हैं अंग सजाते
और लगाते
भाल।
लाल
माला बाजूबंद
पैजनी पहनते हैं
पहनते लंगोटी
लाल।
सुजाता प्रिय 'समृद्धि'
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